अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन को आक्रामक प्रोस्टेट कैंसर होने की पुष्टि हुई है। 82 वर्षीय बाइडन की सेहत को लेकर सामने आए बयान में बताया गया है कि यह बीमारी अब उनकी हड्डियों तक फैल चुकी है। हाल ही में हुई जांच के बाद यह गंभीर स्थिति सामने आई है। उनके परिवार वाले फिलहाल डॉक्टरों से संपर्क में हैं और सबसे बेहतर इलाज के विकल्पों पर चर्चा कर रहे हैं। बाइडन के कार्यालय ने यह जानकारी दी है कि उन्हें पिछले सप्ताह ही इस बीमारी का पता चला।
इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि बाइडन की आखिरी बार प्रोस्टेट कैंसर की जांच साल 2014 में हुई थी। उसके बाद से उन्होंने दोबारा कभी इस बीमारी की जांच नहीं करवाई और उन्हें खुद भी इसकी कोई जानकारी नहीं थी। अचानक हुई इस पुष्टि ने सभी को हैरान कर दिया है और अब उनके इलाज को लेकर डॉक्टरों की टीम पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।
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2014 के बाद नहीं कराई जांच, अब सामने आई गंभीर बीमारी
बाइडन के कार्यालय द्वारा जारी बयान में उनके 2014 के पीएसए ब्लड टेस्ट के नतीजे नहीं बताए गए हैं। बाइडन के सहयोगियों ने उनके उपचार के बारे में जानकारी दी है। वहीं, दावा यह भी किया जा रहा है कि बाइडन के राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान भी उनके स्वास्थ्य की गहन जांच की गई थी और उस समय प्रोस्टेट कैंसर का संदेह भी जताया गया था। वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी यह दावा किया है। उन्होंने भी कहा कि पूर्व राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों ने व्हाइट हाउस में रहने के दौरान इस बीमारी को छुपाया। अप्रैल में व्हाइट हाउस के चिकित्सक द्वारा जब ट्रंप का सालाना शारीरिक परीक्षण किया गया था तब पीएसए सामान्य बताया गया था। हालांकि अंतिम पीएसए परिणाम तब भी जारी नहीं किए गए थे।
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उच्च श्रेणी का कैंसर होने की पुष्टि इस जांच के बाद हुई
प्रोस्टेट नोड्यूल की खोज के बाद बाइडन के कई मेडिकल परीक्षण किए गए। परीक्षणों के दौरान ग्लीसन स्कोर 9 (ग्रेड ग्रुप 5) पाया गया। इससे बाइडन को उच्च श्रेणी का कैंसर होने की पुष्टि हुई। यह हड्डी में मेटास्टेसिस का संकेत देता है। उनका परिवार इलाज के तरीकों पर डॉक्टरों से परामर्श कर रहा है।