हाल ही में ब्राज़ील की नन टोमिको इनाह कैनाबारो लुकास, जो 116 वर्ष की थीं, का निधन हो गया। वे दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति थीं। उनके निधन के बाद अब यह खिताब यूनाइटेड किंगडम की महिला एथेल कैटरहम को मिला है। एथेल कैटरहम न केवल UK की सबसे उम्रदराज महिला हैं, बल्कि अब वे पूरी दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति भी बन गई हैं। उनकी उम्र 115 वर्ष और 252 दिन है।
1 मई को एथेल के नाम हुआ यह खिताब
गिनीज बुक की आधिकारिक वेबसाइट पर 1 मई को घोसणा की गई कि एथेल ‘दुनिया की सबसे उम्रदराज व्यक्ति’ और ‘दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला’ बन चुकी हैं। वह इंग्लैंड के सरे नामक स्थान की रहने वाली हैं। वह पिछले 12 सालों में सबसे बुजुर्ग महिला घोषित होने वाली सबसे कम उम्र की व्यक्ति हैं। माना जा रहा है कि एथेल 1909 में जन्मी अंतिम जीवित व्यक्ति हैं। वह 1913 से पहले जन्मी अंतिम ब्रिटिश महिला भी हैं।
भारत में भी बीता है एथेल का जीवन
एथेल का जन्म 21 अगस्त 1909 को हैम्पशायर में हुआ था। उनके 8 भाई-बहन थे, जिनमें से 6 उनसे बड़े थे। एथेल 18 साल की उम्र में भारत में रहती थीं और एक ब्रिटिश परिवार के लिए नैनी के रूप में काम करती थीं। 1931 में एक डिनर पार्टी के दौरान एथेल की मुलाकात मेजर नॉर्मन कैटरहम से हुई, जो ब्रिटिश सेना में नियुक्त थे। दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगें और 1933 में सैलिसबरी कैथेड्रल में शादी रचाई।
धूप में बैठकर बिताती हैं अपना ज्यादातर समय
1976 में एथेल के पति का देहांत हो गया। दुर्भाग्य से उनके जीवित रहते ही उनकी दोनों बेटियां भी चल बसीं। जेम की मृत्यु 2000 की शुरुआत में हो गई थी और फरवरी 2020 में 82 वर्ष की आयु में कैंसर से लड़ते हुए ऐनी का देहांत हो गया था। एथेल का स्वास्थ्य अच्छा है और वह देखभाल गृह के बगीचे में बैठकर ज्यादातर समय बिताती हैं। उनके सम्मान में देखभाल गृह का नाम ‘एथेल का बगीचा’ रखा गया है।
जब एथेल से उनके लंबे जीवन का राज पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “हर अवसर के लिए हां कहो, क्योंकि आप कभी नहीं जानते कि वह क्या लेकर आएगा। सकारात्मक दृष्टिकोण रखें और हर चीज को संयम से लें।”