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सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम हमले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक मॉड्यूल का हाथ है. इस मॉड्यूल से संबंधित आतंकी वर्ष 2024 में ही घाटी में प्रवेश कर चुके थे. उन्होंने घाटी में कई हमलों को अंजाम दिया है. पाकिस्तानी सेना से प्रशिक्षित ये आतंकी छोटे क्षेत्रों को निशाना बनाकर हमले करते हैं और स्थानीय आतंकवादियों के छोटे-छोटे समूहों का नेतृत्व भी कर रहे हैं.
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SSG ट्रेनिंग प्राप्त आतंकी हाशिम मूसा था पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड
पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को मिलिट्री ट्रेनिंग दी गई थी. सूत्रों के मुताबिक हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तानी स्पेशल सर्विस ग्रुप की ट्रेनिंग दी गई थी. कुछ पूर्व आतंकियों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां एजेंसियों के हाथ लगी है. जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी आतंकी हाशिम मूसा जो कि पहलगाम हमले में शामिल था, वो खुद पाकिस्तान में SSG का पैरा कमांडों रहा है. इस आतंकी पर 20 लाख का इनाम रखा गया है.
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एनआईए कर रही है जांच
- एनआईए पहलगाम आतंकवादी हमले की जांच कर रही है.
- आतंकी साजिश का पता लगाने के लिए सबूतों की तलाश तेज कर दी है तथा प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है.
- सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में संलिप्तता के संदेह में तीन आतंकवादियों का स्कैच जारी किया था.
- जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादियों के बारे में सूचना देने वाले को 20-20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है.
हमले में लश्कर-ए-तैयबा का मॉड्यूल शामिल
सूत्रों के अनुसार पहलगाम हमले में लश्कर ए तैयबा का मॉड्यूल शामिल है. इस मॉड्यूल से जुड़े आतंकी साल 2024 में ही घाटी में घुस आए थे. इन आतंकवादियों ने घाटी में कई हमलों को अंजाम दिया है. पाकिस्तानी सेना से ट्रेनिंग लेकर आए ये आतंकी छोटी-छोटी जगहों पर हमले करते हैं. साथ ही लोकल टेरेरिस्ट के छोटे-छोटे ग्रुप को लीड कर रहे हैं. आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़े है. खुफिया सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे आईएसआई का मकसद है,कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा तबाही मचाना.